
राजस्थान के सियासी संग्राम में अब ‘गढ़’ ढहाने और ‘घर’ बचाने की उलझन बढ़ गई है। सरकार और विपक्ष...दोनों में बेचैनी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार सुबह जयपुर से सभी दलों के विधायकों को एक भावुक चिट्ठी लिखकर कहते हैं कि आप सरकार गिराने की साजिश का हिस्सा नहीं बनें। अंतरात्मा क्या कहती है, उसके आधार पर फैसला करें।
फिर बोले- भाजपा विधायकों में फूट, इसलिए 4 जगह बाड़ेबंदी
चिट्ठी जारी करने के कुछ देर बाद ही गहलोत जैसलमेर पहुंचते हैं और वहां उनके अलग ही तेवर दिखते हैं। कहते हैं कि भाजपा विधायकों में फूट पड़ गई, इसलिए 3-4 जगह बाड़ेबंदी की जा रही है। भाजपा विधायकों की पोल खुल गई है। विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग हो रही थी, इसलिए उन्हें बाड़ेबंदी करनी पड़ी। भाजपा के नेता बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन अब वे चार्टर विमानों से विधायकों को भेजकर बाड़ेबंदी कर रहे हैं।
'किसी विधायक या सांसद की फोन टैपिंग नहीं की'
गहलोत ने कहा कि ऐसा करने तो सवाल ही पैदा नहीं होता। सरकार ये कर भी नहीं सकती और न ही करना चाहिए। हमारा कमिटमेंट है कि फोन टैपिंग कभी नहीं करनी चाहिए।
'पायलट खेमे को भेजे नोटिसों को लेकर गलत प्रचार हुआ'
नोटिस तो सिर्फ पूछताछ के लिए दिए गए थे, लेकिन ऐसा फैलाया गया कि जैसे कि इन नेताओं पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हो गया हो। मुझे भी तो नोटिस भेजा गया था।
संसदीय कार्य मंत्री बोले- बागियों को वापस नहीं लेना चाहिए
पायलट समेत बागी विधायकों की पार्टी में वापसी पर कांग्रेस एक राय नहीं दिख रही। रविवार सुबह सीएम गहलोत ने कहा कि बगावत करने वाले ज्यादातर लोग पार्टी में लौट आएंगे। वहीं, शाम को जैसलमेर में विधायक दल की बैठक में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल बोले- बागी विधायकों को किसी हाल में वापस नहीं लिया जाए। इस पर बैठक में मौजूद अन्य विधायकों ने भी समर्थन किया। इस दौरान सीएम गहलोत, रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडे भी मौजूद थे।
भाजपा विधायक दल की 11 अगस्त को जयपुर में बैठक
उधर, भाजपा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के घर पर हुई बैठक में फैसला होता है कि गुजरात भेजे गए 18 विधायकों को वापस बुलाएंगे। 11 अगस्त की शाम 4 बजे जयपुर के होटल क्राउन प्लाजा में विधायक दल की बैठक होगी। अगर 11 अगस्त को हाईकोर्ट में बसपा विधायकों के कांग्रेस में मर्जर पर कांग्रेस के खिलाफ फैसला होगा तो भाजपा विधायक फ्लोर टेस्ट तक होटल में ही रुकेंगे।
भाजपा ने कहा- स्ट्रैटजी के तहत विधायक भेजे थे, बाड़ेबंदी नहीं बल्कि समझदारी
कटारिया ने कहा कि 14 अगस्त फैसले का दिन है। उस दिन तय होगा कि सरकार रहेगी या नहीं। उस दिन क्या करना है? इसके लिए सभी विधायकों के साथ बैठक कर चर्चा कर लेंगे। सभी विधायक एकजुट हैं। हमने स्ट्रैटजी के तहत ही अपने कुछ विधायकों को गुजरात भेजा था। इसे बाड़ेबंदी की बजाय हमारी समझदारी कहना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर कटारिया ने कहा कि उन्हें भी विधायक दल की बैठक के लिए बुलाया गया है।
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