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गुरुवार, 31 दिसंबर 2020

राजस्थान के 4 जिलों में टेम्परेचर माइनस में, चंडीगढ़ में कोहरे की वजह से विजिबिलिटी 20 मीटर रह गई

उत्तर भारत में शीतलहर चल रही है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को पारा गिरकर 7 डिग्री पर पहुंच गया तो राजस्थान के चार जिलों का तापमान जीरो से भी नीचे चला गया। चंडीगढ़ में कोहरे के बाद विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर रह गई। अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बने रहने के आसार हैं।

चूरू में सर्दी ने 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
राजस्थान के चार शहरों में तापमान अब भी जमाव बिंदु से नीचे है। 15 शहरों में पारा 5 डिग्री से भी नीचे चला गया। माउंट आबू में पहली बार दिसंबर में लगातार दूसरे दिन तापमान माइनस 4 डिग्री दर्ज हुआ। फतेहपुर में माइनस 3, चूरू में माइनस 1.5 और जोबनेर में माइनस 1.4 डिग्री रहा। चूरू में ठंड ने 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। माउंट आबू में सर्दी का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यहां तीन दिन से पारा 0 से नीचे है, जबकि लगातार 17 दिन से सुबह के समय बर्फ जम रही है।

चूरू में इससे पहले 2011 में पारा माइनस 1.4 पहुंचा था। यहां दिसंबर में अब तक सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 1973 को माइनस 4.6 डिग्री रहा था। झालावाड़ के सुनेल स्थित जोनपुर गांव में खेत पर सिंचाई कर रहे किसान की ठंड लगने से मौत हो गई।

मध्य प्रदेश में 2.9 डिग्री के साथ दतिया सबसे ठंडा
मध्य प्रदेश में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बुधवार को भोपाल में दिन का तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम यानी 18 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, रात में 2.2 डिग्री चढ़कर 10.1 डिग्री पर पहुंच गया। दतिया प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां मिनिमम टेंपरेचर 2.9 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के 16 जिलों में सीवियर कोल्ड-डे और कोल्ड-डे रहा।

भोपाल की मनुआभान टेकरी से क्लिक किया गया फोटो।

चंडीगढ़ में सीजन का सबसे ठंडा दिन, विजिबिलिटी 20 मीटर
यहां बुधवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया। पारा सामान्य से 9 डिग्री कम रहा। दिन का तापमान 11.5 डिग्री रहा, जो सामान्य से 9 डिग्री कम रहा। यहां विजिबिलिटी सुबह 8.30 बजे 50 मीटर थी जो बाद में 20 मीटर तक रह गई थी।

चंडीगढ़ में घने कोहरे के बीच पार्क में टहलते लोग।

छत्तीसगढ़ में शीतलहर धीमी, सुबह ओस जम रही
रायपुर में हवा की दिशा बदलने से ठंड कम हो गई है। इससे शीतलहर धीमी पड़ गई है। रात और दिन का तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ गया है। सुबह के वक्त ओस पड़ रही है।

नया रायपुर में घास पर जमी ओस।

पंजाब में अमृतसर सबसे ठंडा
कड़ाके की सर्दी पड़ने से पंजाब का मैक्सिमम टेम्परेचर सामान्य से 5 डिग्री नीचे आ चुका है, इससे सभी जिलों में कोल्ड-डे रहा। बुधवार को राज्य के पांच जिलों का तापमान 5 डिग्री गिरकर 13 डिग्री के आसपास पहुंच गया। इनमें पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और पटियाला शामिल हैं। अमृतसर में मिनिमम टेम्परेचर 1.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

हिमाचल में घना कोहरा छाने के बाद यलो अलर्ट जारी
शिमला में भी बुधवार सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद मौसम विभाग ने 4 मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में यलो अलर्ट जारी कर दिया। 4 जनवरी से पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का अनुमान है।

शिमला में बर्फबारी जारी है।


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जयपुर के अमरसर में खेतों की फेंसिंग पर जमी बर्फ। राजस्थान के 15 शहरों में पारा 5 डिग्री से नीचे चला गया माउंट आबू में माइनस में बना हुआ है।


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दिल्ली में 2 दिन का नाइट कर्फ्यू, न्यू इयर का जश्न मनाने पर रोक, गोवा में सेलिब्रेशन के लिए 45 लाख टूरिस्ट पहुंचे

दिल्ली में नए साल पर कोरोना गाइडलाइन टूटने की आशंका को देखते हुए दो दिन का नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर पांच से ज्यादा लोग इकट्‌ठा नहीं हो सकेंगे। नए साल का कोई जश्न नहीं मनेगा। ये पाबंदियां आज रात 11 बजे से 1 जनवरी सुबह 6 बजे तक और 1 जनवरी रात 11 बजे से 2 जनवरी की सुबह 6 बजे तक लागू रहेंगी। उधर, गोवा में नए साल का जश्न मनाने के लिए करीब 45 लाख लोग पहुंच चुके हैं।

देश में बीते 24 घंटे में 21 हजार 944 केस आए और 26 हजार 406 मरीज ठीक हो गए। 299 संक्रमितों की मौत हो गई। इस तरह एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 4776 की कमी आई। अब तक कुल 1.02 करोड़ केस आ चुके हैं। इनमें से 98.59 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। 1.48 लाख लोग इस महामारी से जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

कोरोना अपडेट्स

  • AIIMS दिल्ली के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कोरोना के हालात पर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि संभव है कि ब्रिटेन में मिला कोरोना का नया स्ट्रेन भारत में नवंबर या दिसंबर की शुरुआत में ही आ गया हो। उन्होंने कहा कि यह तेजी से फैलता है, फिर भी भारत में पिछले कई हफ्तों से कोरोना के मामलों में इजाफा नहीं हुआ है। हालांकि, उन्होंने फिर भी ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा है।
  • पंजाब सरकार ने राज्य में 1 जनवरी से नाइट कर्फ्यू हटाने का फैसला किया है। सबसे बड़ी राहत होटल, रेस्टोरेंट को दी गई है। अब इनडोर में 200 और आउटडोर में 500 लोग इकट्ठा हो सकते हैं। हालांकि, 31 दिसंबर तक पाबंदियां पहले जैसी ही रहेंगी।
  • गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को बताया कि राज्य में न्यू इयर सेलिब्रेशन के लिए 40-45 लाख सैलानी आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम कोरोना के सभी प्रोटोकॉल लागू कर रहे हैं ताकि लोग इसके महत्व को लेकर जागरूक हो सकें।
  • ओडिशा सरकार ने कोरोना गाइडलाइन जारी की है। यह 1 से 31 जनवरी तक लागू रहेगी। इस दौरान सिनेमाहॉल और थियेटर 50% कैपेसिटी के साथ खोलने की इजाजत रहेगी। सामाजिक, धार्मिक, मनोरंजक, खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा 200 लोग इकट्‌ठा हो सकते हैं।
  • कर्नाटक के बेंगलुरु में नए साल की वजह से 31 दिसंबर दोपहर 12 बजे से 1 जनवरी की सुबह 6 बजे तक धारा 144 लागू की गई है।

5 राज्यों का हाल
1. दिल्ली

यहां मंगलवार को 677 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 940 लोग ठीक हुए और 21 की मौत हो गई। अब तक संक्रमण के 6.24 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 6.08 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। 10 हजार 523 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 हजार 838 मरीजों का इलाज चल रहा है।

2. मध्यप्रदेश
यहां पिछले 24 घंटे में 865 नए संक्रमितों की पहचान हुई। 1060 मरीज ठीक हुए और 13 की मौत हो गई। यहां अब तक कोरोना संक्रमण के 2.40 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 2.27 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 3595 की मौत हो चुकी है। अब 9387 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।

3. गुजरात
यहां बुधवार को 799 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 834 मरीज ठीक हुए और सात की मौत हो गई। अब तक संक्रमण के 2.44 लाख केस आ चुके हैं। इनमें से 2.30 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। 4302 ने जान गंवाई है, जबकि 9879 का इलाज चल रहा है।

4. राजस्थान
यहां पिछले 24 घंटे में 770 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। 1142 मरीज ठीक हुए। 6 की मौत हो गई। अब तक 3.07 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 2.95 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं। 2689 की मौत हो चुकी है, जबकि 9 हजार 835 मरीजों का इलाज चल रहा है।

5. महाराष्ट्र
यहां बुधवार को 3537 लोग संक्रमित पाए गए। 4913 लोग ठीक हुए और 90 की मौत हो गई। अब तक 19.28 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 18.24 लाख मरीज ठीक हो चुके। 49 हजार 463 की मौत हुई, जबकि 53 हजार 66 मरीजों का इलाज चल रहा है।



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दिल्ली में कर्फ्यू की पाबंदियां आज रात 11 बजे से 1 जनवरी सुबह 6 बजे तक और 1 जनवरी रात 11 बजे से 2 जनवरी की सुबह 6 बजे तक लागू रहेंगी। -फाइल फोटो


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मोदी 11 बजे राजकोट AIIMS की आधारशिला रखेंगे, प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा होने की उम्मीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजकोट में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) की आधारशिला रखेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 11 बजे ये प्रोग्राम होगा। इसमें गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी जुड़ेंगे। मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा है कि इस प्रोजेक्ट से गुजरात में हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा।

750 बेड वाले AIIMS पर 1195 करोड़ खर्च होंगे
राजकोट AIIMS के लिए सरकार ने 201 एकड़ जमीन की मंजूरी दी है। इसे बनाने में 1195 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। 2022 के मध्य तक इसके पूरे होने की उम्मीद है। 750 बेड वाले AIIMS में 30 बेड वाला आयुष ब्लॉक भी होगा। इसमें 125 MBBS की सीटें और 60 नर्सिंग सीटें होंगी।



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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राजकोट में AIIMS बनने से गुजरात में हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा।- फाइल फोटो।


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2021 में हर भारतीय को मिले 5000 रुपए का प्रोत्साहन, इससे अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी

कोरोना की वजह से हमने 2020 का ज्यादातर समय अर्थव्यवस्था के बारे में निराशा के साथ बिताया। हालांकि, अब आशावादी होने का समय है। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए 2021 बड़ी तेजी का साल हो सकता है। भारत अपना वैक्सीनेशन प्रोग्राम जल्द शुरू करेगा। सौभाग्य से भारत में कोरोना के नए मामलों की संख्या में स्थिरता आई है।

इस बीच, भारतीय अर्थव्यवस्था खुल चुकी है। इसीलिए, यह मानने के पर्याप्त कारण हैं कि 2021 बेहतर होगा। हालांकि, अर्थव्यवस्था में सही मायनों में तेजी के लिए हमें अब भी और प्रोत्साहन की जरूरत है। हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हमारे लोग और घरेलू अर्थव्यवस्था है। अगर हम चाहते हैं कि अर्थव्यवस्था वापसी करे, तो बड़े पैमाने पर तुरंत खपत पैदा करनी होगी।

यह रहा ‘प्रोत्साहन’ नाम की योजना का प्रस्ताव, जिसमें प्रत्येक भारतीय को 5000 रुपए दिए जाएं, जिसे अगले 12 महीनों में खर्च करना होगा। यह 20 हजार रुपए प्रति परिवार तक हो सकता है। यह राशि न सिर्फ लोगों की इस मुश्किल वक्त में मदद करेगी, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था में तेजी लाएगी।

लेकिन कुछ लोग कह सकते हैं कि हमारे पास इतना पैसा कहां है? राजकोषीय घाटे का क्या होगा? क्या इससे फायदा होगा? इन सवालों का जवाब है हां, हम यह कर सकते हैं और इससे लाभ होगा। इसके लिए हमें प्रस्तावित प्रोत्साहन योजना समझनी होगा और आंकड़े देखने होंगे।

पांच हजार रुपए के कैश वाउचर पाने के लिए इस योजना में हर वो भारतीय शामिल होगा, जिसके पास वैध पहचान पत्र है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आधी राशि देकर कुछ लागत बचा सकते हैं, लेकिन आसानी के लिए इस लेख में यही राशि रखते हैं। ये प्रोत्साहन वाउचर डिजिटल या भौतिक (जैसे वैधता खत्म होने की तारीख वाले विशेष नोट) हो सकते हैं।

ध्यान रहे, यह हर भारतीय को देने होंगे क्योंकि इसका हिसाब लगाना मुश्किल और समय की बर्बादी होगा कि इन पैसों की किसे ज्यादा जरूरत है। स्वाभाविक है कि संपन्न लोग इन वाउचर्स को छोड़ सकते हैं या किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं। वाउचर्स की वैधता खत्म होने की अवधि (एक्सपायरी डेट) होगी (मान लीजिए 12 महीने) और दो हिस्सों में बंटे होंगे।

आधा पैसा यात्रा, पर्यटन, होटल, रेस्त्रां या अन्य हॉस्पिटैलिटी या सेवा आधारित व्यापार में खर्च करने होंगे। बाकी राशि किराना, उपकरणों, कपड़ों या खाद्य सामग्री पर खर्च करनी होगी। इन वाउचर्स का विनियम या आदान-प्रदान कर सकेंगे। यानी इनके बदले नगद ले सकते हैं, हालांकि वाउचर्स पर एक्सपायरी डेट का मतलब होगा कि उनके साथ नगद की तुलना में कुछ छूट भी होगी। लोगों को वाउचर्स के मर्जी से उपयोग की आजादी देने से निगरानी के सिरदर्द से बच सकेंगे। यह लोगों के हाथ में पैसे की तरह ही है, जिसे वह व्यक्ति भी खर्च करेगा, जिसे वे वाउचर देंगे।

जब यह पैसा अर्थव्यवस्था में वापस आ जाएगा, इससे लगभग सभी सेक्टर्स में तेजी आएगी। नौकरियां वापस आएंगी। स्वाभाविक है कि यह लोगों के लिए भी मजेदार होगा क्योंकि उनके हाथों में मुफ्त पैसा होगा, जिसे वे खर्च कर सकते हैं।

तो फिर समस्या क्या है? बेशक बड़ा सवाल यह है कि क्या हम इसका वहन कर सकते हैं? आइए आंकड़े देखते हैं। तो 140 करोड़ लोगों के लिए एक बार 5000 रुपए देने की लागत 7 लाख करोड़ रुपए आएगी। यह बड़ी राशि है। हालांकि, इसे देने के लिए सरकार एक 30 साल की लंबी अवधि वाला बॉन्ड जारी करेगी, जो 7% प्रतिवर्ष की दर से करमुक्त ब्याज देगा।

भारत में कई अमीर लोग हैं, जो ऐसा रिटर्न चाहेंगे और इसीलिए इस सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने वाले बॉन्ड में निवेश करेंगे। 30 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था इतनी बढ़ जाएगी कि 7 लाख करोड़ रुपए का मूल बहुत बड़ा नहीं रहेगा और इसे आसानी से चुकाया जा सकेगा। वहीं, 7 लाख करोड़ रुपए पर 7% की दर से इस बॉन्ड की फाइनेंसिंग कॉस्ट करीब 0.5 करोड़/प्रतिवर्ष आएगी।

हां, यह अभी भी बड़ी राशि है और हां, हम अभी खर्च करने के लिए उधार ले रहे हैं, लेकिन अर्थव्यवस्था को गति देने (और इससे मिलने वाले उच्च कर राजस्व) के संदर्भ में मिलने वाला रिटर्न लागत से कहीं ज्यादा होगा। ध्यान रहे कि इन प्रोत्साहन वाउचर्स पर भी सरकार जीएसटी लेगी। इससे ही पहले कुछ वर्षों का ब्याज देने की राशि जुट जाएगी।

सरकार उद्योगों के लिए पहले ही विभिन्न प्रोत्साहन पैकेजों की घोषणा कर चुकी है। हालांकि, अब उसे घरेलू मांग को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। लंबी अवधि के बॉन्ड से वित्त पोषित होने वाला, एक बार का प्रोत्साहन वाउचर कार्यक्रम भारत की अर्थव्यवस्था की 2021 में गरजती हुई वापसी के लिए बड़ा कदम हो सकता है। और उससे वाकई में हमारा नया साल खुशनुमा हो जाएगा। (ये लेखक के अपने विचार हैं)



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Every Indian gets 'incentive' of Rs 5000 in 2021


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न्यू नॉर्मल कैसा होगा? थोड़ा समय दें और हम अपनी जानी-पहचानी दुनिया में लौट आएंगे

महामारी में यह मेरा दसवां महीना है। सौभाग्य से मैं अब तक वायरस से बचा हुआ हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोरोना ने मुझे घाव नहीं दिए। पांच की जगह दो दिन ऑफिस जा रहा हूं, जिससे मैं हतोत्साहित हूं। वर्क फ्रॉम होम जारी है, जो मुझे अपर्याप्त लगता है।

किसी से आमने-सामने न मिल पाने के कारण, मैं कुछ ही काम पूरे कर पा रहा हूं। सबसे बुरा यह है कि मेरी नींद चार से बढ़कर छह घंटे हो गई है। अधूरी मैन्यूस्क्रिप्ट्स (पांडुलिपियां) तीन की जगह आठ हो गई हैं और एक शो भी लिखना बाकी है। कुछ भी ठीक से नहीं हो रहा।

मेरी बेटियां बेहतर काम कर रही हैं। उन्होंने महामारी के प्रोटोकॉल के मुताबिक खुद को ढाल लिया है। मुझे अब भी कागज पर स्याही की खुशबू पसंद है। मुझे अखबार को छूने का अहसास अच्छा लगता है। फोन पर खबरें पढ़ने में अधूरापन लगता है। हां, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर खबरें जल्दी मिल जाती हैं।

मैं सोच रहा हूं कि अगर रजनीश, किशोर कुमार या विद्रोही सीआईए एजेंट फ्रैंक कैम्पर का साक्षात्कार जूम पर करता, तो कैसा लगता। साक्षात्कार में माहौल या संदर्भ ही सब कुछ होता है। खामोशियां, अनकही फुसफुसाहटें, वो स्थिरता, जिन्हें शब्द ही बयां कर सकते हैं। पत्रकारिता में छोटी-छोटी चीजें ही मायने रखती हैं। वे ही पहेली सुलझाती हैं।

क्या खबरों की प्रकृति बदल गई है? बेशक। अब यह जानना संभव नहीं रहा कि खबर कितनी वास्तविक है। हम अनजाने में ही सच के परे वाले युग में आ गए हैं, जहां आप चुन सकते हैं कि किस बात पर भरोसा करना है।

इंटरनेट की ही तरह अखबार और न्यूज चैनल सच के विभिन्न स्वरूप प्रस्तुत करते हैं और आप उसे चुन सकते हैं, जो आपको ज्यादा खुश करता है। आप सच्चाई के मालिक हैं। क्या किसानों का आंदोलन सही है? आप जानते हैं कि कौन-सा चैनल यह बताएगा। क्या वे गलत हैं? कई ऐसे चैनल हैं, जो यह साबित कर देंगे।

कुल मिलाकर खबरें आज एफएमसीजी उत्पाद की तरह हैं। आप वह खबर खरीद सकते हैं, जो आपके विश्वास को संतुष्ट करें। फिर उसका क्या हुआ, जिसे हम सच कहते थे? क्या आपको परवाह है? क्या यह अब प्रासंगिक भी है? क्या किसी सरकार के लिए यह मायने रखता है कि किसानों की आत्महत्याएं बढ़ रही हैं या घट रही हैं?

यह आपकी ओर उछाला गया एक आंकड़ा भर है। यह जानना अब असंभव है कि क्या सच है, क्या नहीं। यहां तक कि मौत का खौफ भी आपसे बच निकलता है। आंकड़े हर चीज को अप्रासंगिक बना देते हैं। हम बुरी खबरों के आदी हो गए हैं। क्या कोई मरनेवालों को गिन रहा है? या हम 60 नए टीकों के बारे में जानने में बहुत व्यस्त हैं? आज बाजार में उम्मीद सबसे ज्यादा बिकती है। फाइजर को वैक्सीन के लिए जितना कवरेज मिला, उतना किसी अन्य दवा के लिए नहीं मिला।

जैसे-जैसे सच की शक्ति कम हो रही है, खबरों पर कल्पनाएं हावी हो रही हैं। मनोरंजन केंद्र में है। वह अंधेरे सिनेमाघरों से निकलकर सड़कों पर और लाइव कवरेज के माध्यम से हमारे घरों में आ गया है। वाशिंगटन में अब भी बड़ी भीड़ बाइडेन की जीत को स्थगित कर ट्रम्प को वापस लाने की मांग कर रही है। उनके कई षडयंत्र सिद्धांत हैं। कुछ महीने में ये किताब की शक्ल में आने लगेंगे, जिनमें कुछ बेस्टसेलर भी हो जाएंगी।

आखिरकार, ट्रम्प के चार बुरे वर्षों के बावजूद 7.4 करोड़ लोगों ने उन्हें वोट दिए। क्या वे खबरें देने वाले थे या मनोरंजन करने वाले? इसका अब तक जवाब नहीं मिला। और यही मैं कहना चाहता हूं। खबरों की प्रकृति बदल गई है। अब मैं उसे टीवी पर नहीं देखता। मैं शो या फिल्में स्ट्रीम करता हूं। मेरी मैन्यूस्क्रिप्ट्स की तरह अधूरे देखे गए शोज की संख्या भी बढ़ रही है। यही हाल अधपढ़ी किताबों का भी है। मेरी बेचैनी बढ़ी है। अगले महीने मेरा जन्मदिन है और मेरी जिंदगी से एक साल गायब हो चुका होगा।

लेकिन, मजेदार बात यह है कि मैं दयनीय स्थिति में नहीं हूं, बस भटक गया हूं। खुश होने के कारण हमेशा रहते हैं और महामारी के बाद भी मुझे परेशान करने वाली कुछ चीजें रहेंगी ही। न्यू नॉर्मल कैसा होगा? मुझे कोई अंदाजा नहीं है। लेकिन मेरी शंका है कि यह पहले जैसा ही होगा, कुछ चीजों को छोड़कर, जो शायद हमेशा के लिए बदल गई हैं। लेकिन हमेशा, हमेशा के लिए नहीं रहता। इसे कुछ समय दें और हम जानी-पहचानी दुनिया में लौट आएंगे, जिसे शायद कुछ घाव मिले हैं, जो धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। इसके लिए 2021 को बचाकर रखें।

क्या हम अब भी सच तलाशेंगे? मुझे इसमें शंका है। क्या हमें इसकी गैरमौजूदगी महसूस होगी? यह कहना मुश्किल है। इसे गए हुए कुछ समय हो चुका है और हमें अब तक अंतर महसूस नहीं हुआ।

(ये लेखक के अपने विचार हैं)



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प्रीतीश नंदी, वरिष्ठ पत्रकार व फिल्म निर्माता।


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26 जनवरी की परेड में 5 गुना कम दर्शक होंगे, परेड का रूट भी 8 से घटाकर 3 किमी किया गया

कोरोनाकाल में देश 2021 के गणतंत्र दिवस को अलग तरीके से मनाएगा। इस बार विजय चौक से राजपथ पर निकलने वाली मुख्य परेड बेहद सीमित रहेगी। परेड का आयोजन करने वाले रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अमूमन परेड देखने के लिए सवा लाख लोग आते हैं। लेकिन, कोरोना के चलते इस बार सिर्फ 25 हजार लोगों को ही आने दिया जाएगा। परेड से लेकर दर्शक दीर्घा और VVIP की संख्या में भारी कमी की जाएगी।

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बाॅरिस जानसन गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। यह 6वां मौका है जब गणतंत्र दिवस पर ब्रिटेन के मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह में भीड़ नियंत्रित करने के लिए टिकटों की बिक्री और विशेष अतिथि पास की संख्या बेहद कम कर दी गई है। आंकड़ों के जरिए इसे समझा जा सकता है..

काउंटर से सिर्फ 4500 टिकटों की बिक्री
इस बार सिर्फ 4 काउंटरों से गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के टिकट बिकेंगे। कुल 4500 से अधिक टिकट नहीं बेचे जाएंगे। 2020 की गणतंत्र दिवस की परेड में 32 हजार टिकटों की बिक्री हुई थी। दिल्ली में 8 तरह के केंद्रों से टिकट बिक्री हुई थी। मीडियाकर्मियों और उनके परिजन के लिए 5000 से ज्यादा पास जारी होते हैं, लेकिन इस बार सिर्फ 300 पास दिए गए हैं।

झांकियों की संख्या में कटौती नहीं
परेड में निकलने वाली झांकियों में कटौती नहीं की गई है। इस बार 16 राज्यों और 6 केंद्रीय विभागों की झांकियां परेड में शामिल होंगी। लेकिन, सेना और अर्धसैनिक बलों की मार्चिंग टुकड़ियों में जवानों की संख्या भी कम रहेगी। इस बार सिर्फ चार स्कूलों की दो डांस टोलियां को इजाजत दी गई है। पिछली परेड में 8 स्कूलों की भागीदारी थी।

परेड नेशनल स्टेडियम तक ही होगी
गणतंत्र दिवस की परेड राजपथ से मार्च करती हुई लालकिला पर समाप्त होती थी। इस बार इंडिया गेट के नेशनल स्टेडियम पर ही इसे समाप्त कर दिया जाएगा। यानी परेड का रास्ता 8 से घटा कर 3 किलोमीटर कर दिया गया है।

बांग्लादेश का बैंड होगा शामिल
​​​पड़ोसी देश बांग्लादेश अपनी आजादी की स्वर्ण जयंती के मौके पर गणतंत्र दिवस समारोह में अपनी सेना का बैंड भेज रहा है। 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की अहम भूमिका के चलते ही बंगलादेश को पाकिस्तानी से मुक्ति मिली थी।



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गणतंत्र दिवस समारोह में भीड़ नियंत्रित करने के लिए टिकटों की बिक्री और विशेष अतिथि पास की संख्या बेहद कम कर दी गई है। -फाइल फोटो।


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न्यूयॉर्क सिटी में छोटा पंजाब, रिचमंड हिल की सड़कों पर अंग्रेजी कम और पंजाबी ज्यादा सुनाई देती है

न्यूयॉर्क का रिचमंड हिल इलाका मुख्य शहर मैनहट्टन से 15 मील दूर है। लेफर्ट्‌स बोलिवर्ड इस इलाके का अंतिम रेलवे स्टेशन हैं। यहां की सड़कों पर चलिए तो अंग्रेजी कम और पंजाबी ज्यादा सुनाई देती है। गाड़ियों की आवाज से तेज पंजाबी रैप सॉन्ग सुनाई देते हैं। ऐसा महसूस होता है कि आप लुधियाना की सड़कों पर घूम रहे हैं? लेकिन हकीकत में यह न्यूयॉर्क के पांच नगरों में से एक क्वींस नगर का इलाका है। इसे छोटा पंजाब के नाम से जाना जाता है।

रिचमंड हिल के इस इलाके में पूरी तरह पंजाबी संस्कृति, बोली और रहन-सहन हावी है। पंजाबी लोगों से भरे इस इलाके में लोग असली पंजाबी पराठे का आनन्द लेने आते हैं। सड़कों पर ऐसे लोग मिल जाएंगे, जिनसे अंग्रेजी की बजाय पंजाबी या हिंदी में बात करना ज्यादा आसान है। हेयर सैलून में शाहरुख और सलमान खान स्टाइल में बाल कटवाने के लिए 10 डॉलर लगते हैं।

यह इलाका पूरे न्यूयॉर्क में इसलिए भी प्रसिद्ध हो गया है, क्योंकि मेयर ने यहां की दो सड़कों का नाम बदल कर पंजाबी कम्युनिटी को समर्पित किया है। न्यूयॉर्क सिटी काउंसिल ने 111 स्ट्रीट और 123 स्ट्रीट के बीच स्थित 101 एवेन्यू का नाम पंजाबी एवेन्यू कर दिया है। साथ ही, 97 एवेन्यू का नाम बदलकर गुरुद्वारा स्ट्रीट कर दिया है। यह वही इलाका है जहां एक बड़ा गुरुद्वारा है।

नाम बदलने के लिए अभियान चलाने वाली स्थानीय काउंसिल वूमेन एड्रिएन एडम्स कहती हैं कि यह निर्णय पंजाबी समुदाय द्वारा शहर के विकास में उनके योगदान को दर्शाता है। ढाबा चलाने वाले 28 साल के तेजिंदर सिंह बताते हैं कि वे 90 के दशक में रिचमंड हिल्स आए थे। यहां 70 के दशक में पंजाबी समुदाय का आना शुरू हो गया था।

सबसे मेहनती लोगों में हैं दक्षिण एशियाई: एडम्स
स्थानीय काउंसिल वूमेन एड्रिएन एडम्स कहती हैं कि दक्षिण एशियाई लोग देश में सबसे मेहनती लोगों में से एक हैं। लेकिन, उनकी कम्युनिटी ज्यादातर अदृश्य जैसी रहती है। सड़कों का नाम भी इसलिए बदला, ताकि शहर के विकास में उनका योगदान दर्ज हो। क्वींस वही इलाका है जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पैदा और बड़े हुए।



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न्यूयॉर्क सिटी काउंसिल ने 111 स्ट्रीट और 123 स्ट्रीट के बीच स्थित 101 एवेन्यू का नाम बदलकर पंजाबी एवेन्यू कर दिया है।


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केंद्र ने किसानों की आधी मांगें मानी, बिहार में MLA तोड़ने पर तकरार और अब नई तारीख तक भरें ITR

नमस्कार!
कर्मचारियों को EPF पर 8.5% का एकमुश्त ब्याज मिलेगा। कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे के बीच ब्रिटेन से लौटे कई लोग गायब हैं। यमन में एयरपोर्ट पर ताकतवर ब्लास्ट हुआ। बहरहाल शुरू करते हैं न्यूज ब्रीफ।

सबसे पहले देख लेते हैं मार्केट क्या कह रहा है -

  • BSE का मार्केट कैप 187.98 लाख करोड़ रुपए रहा। 52% कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही।
  • 3,134 कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग हुई। 1,650 कंपनियों के शेयर बढ़े और 1,313 के शेयर गिरे।

आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकोट में वीडियो कॉन्फ्रंसिंग के जरिए AIIMS की नींव रखेंगे।
  • केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक CBSE बोर्ड परीक्षा की तारीखों का ऐलान करेंगे।

देश-विदेश
थोड़ी सरकार झुकी, थोड़ा किसान

किसान आंदोलन के 35वें दिन सरकार और किसानों के बीच 36 का आंकड़ा खत्म होता दिखा। कृषि कानूनों पर किसान संगठनों और केंद्र के बीच बुधवार को विज्ञान भवन में सातवें दौर की बैठक हुई। पांच घंटे तक चली मीटिंग में सरकार थोड़ी झुकी, तो किसान भी थोड़े नरम पड़े। सरकार ने किसानों की चार में से दो मांगें मान लीं। बाकी दो मांगों पर बातचीत के लिए 4 जनवरी की तारीख तय की गई है। पराली जलाने और इलेक्ट्रिसिटी एक्ट को लेकर केंद्र और किसान रजामंद हो गए। वहीं, MSP को कानून का दर्जा देने पर अगली बैठक में चर्चा होगी।

ITR फाइल करने की तारीख बढ़ी
सरकार ने इनकम टैक्स फाइल करने का समय बढ़ा दिया है। अब 10 जनवरी तक इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, 28 दिसंबर तक कुल 4.37 करोड़ ITR भरे गए थे। वे व्यक्तिगत इनकम टैक्स भरने वाले जिनके खातों के ऑडिट की जरूरत नहीं है, वे 10 जनवरी तक रिटर्न फाइल कर सकते हैं। वहीं, जो लोग टैक्स देते हैं और उनका खाता ऑडिट होता है और वे लोग जिन्हें इंटरनेशनल फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की रिपोर्ट देनी होती है, उनके लिए ITR का समय 15 फरवरी तक बढ़ाया गया है। इसी के साथ सरकार ने टैक्स ऑडिट रिपोर्ट की आखिरी तारीख बढ़ाकर 15 जनवरी 2021 कर दी है।

कर्मचारियों के लिए खुशखबरी
सरकार की तरफ से कर्मचारियों के लिए नए साल से पहले बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने 2019-20 के लिए एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड (EPF) पर 8.5% का एकमुश्त ब्याज देने का प्रस्ताव मान लिया है। मुमकिन है कि ब्याज की यह रकम 31 दिसंबर 2020 तक कर्मचारियों के खाते में पहुंच जाए। सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि ब्याज दर से जुड़े प्रस्ताव पर इसी हफ्ते श्रम और वित्त मंत्रालय की बैठक हुई थी। इसी बैठक में EPFO को एकमुश्त 8.5% ब्याज देने की इजाजत मिली।

नए साल में ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर ब्रेक
देश में ब्रिटेन में मिले ज्यादा खतरनाक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। बुधवार को 13 नए मरीज मिले। इस बीच सरकार ने ब्रिटेन जाने-आने वाली उड़ानों पर रोक 7 जनवरी तक बढ़ा दी है। पहले 22 दिसंबर की आधी रात से 31 दिसंबर तक यह रोक लगाई गई थी। इसके अलावा सरकार ने सभी इंटरनेशनल कमर्शियल फ्लाइट्स पर लगा प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। स्पेशल और कार्गो फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लागू नहीं होगा।

कोरोना के नए स्ट्रेन से देश में स्ट्रेस
कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे के बीच देश में एक महीने में ब्रिटेन से लौटे करीब 33 हजार लोगों ने सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। बिहार, पंजाब और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में UK से आए लोगों की ट्रेसिंग नहीं हो पा रही है। कई यात्रियों ने पता और नंबर गलत बताया है, जिससे ट्रेसिंग में दिक्कत आ रही है। पंजाब में सबसे ज्यादा 3 हजार 426 लोग ब्रिटेन से लौटे, इनमें से 2 हजार 426 ट्रेस नहीं हुए। वहीं, महाराष्ट्र में 1200 से लोग लौटे, जिनमें पुणे के 109 लोग लापता हैं।

बिहार में बयानवीरों का दंगल
बिहार में RJD और JDU के बीच एक-दूसरे के विधायकों को तोड़ने के मुद्दे पर लगातार बयानबाजी हो रही है। RJD नेता श्याम रजक ने JDU के 17 विधायक तोड़ने का दावा किया, तो सत्तारूढ़ JDU के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि श्याम रजक मुगालते में हैं। उनके तीन दर्जन विधायक JDU के संपर्क में हैं। वे कभी भी RJD छोड़कर JDU में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, CM नीतीश कुमार ने कहा है कि ऐसे दावों में कोई दम नहीं है।

एक्सप्लेनर
सर्दी भगाने के लिए शराब है खराब

मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिन तक उत्तर भारत के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ने की चेतावनी जारी की है। अगले कुछ दिनों तक हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। इन राज्यों में अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री तक गिर सकता है। इसके साथ ही IMD ने एक एडवाइजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि ठंड से बचने के लिए लोग शराब का सेवन नहीं करें। सर्दी में शराब कैसे बन सकती है खतरा, यहां पढ़िए..
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पॉजिटिव खबर
अंजीर की खेती से 1.5 करोड़ का टर्नओवर

आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वो कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना 1.5 करोड़ उनका टर्नओवर है।
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फिर सुर्खियों में शाहीन बाग
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर ने बुधवार को भाजपा (BJP) जॉइन कर ली। इस दौरान उसने कहा कि हम भाजपा के साथ हैं। मैं RSS के साथ भी जुड़ा हूं। कपिल गुर्जर ने दिन में भाजपा ज्वाइन की, शाम तक उसके शाहीन बाग केस में शामिल होने की बात सुर्खियां बन गई। इसके बाद भाजपा ने उसकी मेंबरशिप कैंसिल कर दी। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को इस मामले में सफाई देनी पड़ी।

यमन में एयरपोर्ट पर धमाका
अरब देश यमन के अदन एयरपोर्ट पर बुधवार को बड़ा धमाका हुआ। ब्लास्ट से ठीक पहले देश की नई कैबिनेट के मंत्रियों को लेकर एक विमान लैंड हुआ था। विमान के उतरते ही उसके पास यह धमाका हुआ। ब्लास्ट में 22 लोगों के मारे जाने की खबर हैं। हालांकि, ब्लास्ट की तीव्रता को देखते हुए यह आंकड़ा बढ़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमान में प्रधानमंत्री मीन अब्दुल मलिक सईद भी मौजूद थे। किसी मंत्री के घायल होने की सूचना नहीं है।

सुर्खियों में और क्या है

  • रणथंभौर जा रहे भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन की कार का सवाईमाधोपुर के पास एक्सीडेंट हो गया। हालांकि एयरबैग खुल जाने से उन्हें चोट नहीं आई।
  • पंजाब सरकार ने 1 जनवरी से नाइट कर्फ्यू हटाने का फैसला किया है। राहत होटल, रेस्टोरेंट को बड़ी राहत मिली है। अब इनडोर में 200 और आउटडोर में 500 लोग जमा हो सकते हैं।
  • फाइजर की वैक्सीन लगवाने के आठ दिन बाद अमेरिका के एक हेल्थ वर्कर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कैलिफोर्निया में रहने वाले इस शख्स का नाम मैथ्यू डब्ल्यू है।


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हमेशा सच बोलना चाहिए, ये बात तो सभी जानते हैं, लेकिन इसका पालन करना आसान नहीं

कहानी- रामायण के समय एक दिन वशिष्ठ ऋषि ने भरत से कहा था कि तुम्हारे पिता राजा दशरथ की तरह कोई दूसरा सत्यवादी न हुआ है और ना ही भविष्य में कभी होगा।

इस संबंध में आज के विद्वान चर्चा करते हैं कि वशिष्ठ ने ऐसा क्यों कहा? क्या केवल राजा दशरथ सत्यवादी थे? या वे श्रीराम के पिता थे इसलिए उन्हें सत्यवादी माना जाता है? तो क्या श्रीकृष्ण के पिता वसुदेव सत्यवादी नहीं थे?

वशिष्ठ ने राजा दशरथ को सबसे बड़ा सत्यवादी बताया, इसकी एक वजह है। जीवन में सत्य के लिए बड़ा दृढ़ संकल्प चाहिए। राजा दशरथ के सामने स्थिति ये थी कि अगर वे सत्य को बचाते तो राम वनवास चले जाते और अगर वे राम को बचाते तो उनका सत्यव्रत टूट जाता। उस समय दशरथ ने सत्य को बचाया और राम को वनवास भेज दिया।

ठीक इसी तरह की स्थिति वसुदेव के साथ भी बनी थी। वसुदेव ने कंस को वचन दिया था कि हम हमारी आठों संतान तुम्हें सौंप देंगे। लेकिन, जब आठवीं संतान का जन्म हुआ तो वे उस बच्चे को मथुरा से गोकुल छोड़ आए। यहां वसुदेव ने कृष्ण को बचा लिया, लेकिन सत्य को छोड़ दिया।

दशरथ इसीलिए महान माने गए हैं, क्योंकि उन्होंने सत्य को बचाया और पुत्र वियोग में अपने प्राण भी त्याग दिए। हमारे लिए प्राण त्यागने का अर्थ ये नहीं है कि हम भी सत्य के लिए अपना जीवन खत्म कर लें, बल्कि सच को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक देनी चाहिए।

सीख- अगर हम सच का पालन करना चाहते हैं तो ये काम आसान नहीं है। सत्यव्रत का पालन करना है तो हमारे लिए दृढ़ संकल्प जरूरी है। थोड़े बहुत संघर्ष से सच को बचाया नहीं जा सकता है, इसके लिए हमें पूरी ताकत लगाने की जरूरत होती है।



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aaj ka jeevan mantra by pandit vijayshankar mehta, significance of the truth, facts about raja dashrath


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मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ अंजीर की खेती और प्रोसेसिंग शुरू की, सालाना 1.5 करोड़ टर्नओवर

आज की कहानी महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे की। समीर ने 2013 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। एक मल्टीनेशनल कंपनी में कैंपस प्लेसमेंट भी हो गया। सैलरी भी बढ़िया थी। लेकिन, जॉब सैटिस्फेक्शन नहीं था। वे कुछ इनोवेटिव करना चाहते थे। 2014 में उन्होंने नौकरी छोड़कर अंजीर की खेती करने का फैसला किया। आज देशभर में उनके प्रोडक्ट बिकते हैं। सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ है।

समीर कहते हैं- जब नौकरी छोड़कर गांव लौटा, तो परिवार के लोग बहुत नाराज हुए। उनका कहना था कि खेती में क्या रखा है, लोग गांव छोड़कर शहर जा रहे हैं और तुम गांव लौट रहे हो। उन्हें चिंता थी कि नौकरी नहीं रहेगी, तो लड़के की शादी नहीं हो पाएगी।

खेती को बिजनेस बनाने का फैसला किया
समीर ने बताया- हमारे एरिया में अंजीर की खेती खूब होती है। हमारे घर में भी लोग अंजीर की खेती करते थे। लेकिन उतना मुनाफा नहीं हो रहा था। इसलिए मैंने खेती को सिर्फ खेती न समझकर बिजनेस बनाने का काम किया। मैंने पोस्ट प्रोडक्शन यानी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग को लेकर काम करना शुरू किया।

समीर पांच एकड़ जमीन पर अंजीर की खेती कर रहे हैं। वे दूसरे किसानों की फसल भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

समीर ने पहली बार एक एकड़ जमीन में अंजीर की खेती शुरू की। जब फ्रूट्स तैयार हो गए तो पास के कुछ फूड मार्केट में उन्होंने बात की और फ्रेश फ्रूट्स सप्लाई करने का शुरू किया। उन्हें प्रोडक्ट सही लगा, तो सप्लाई रेगुलर कर दी। धीरे धीरे दायरा बढ़ता गया। आज उनके प्रोडक्ट्स देशभर में सुपर मार्केट्स के साथ ऑनलाइन भी मौजूद हैं। अब वे दूसरे किसानों के उत्पाद भी खरीदकर मार्केट में सप्लाई करते हैं।

अब समीर फ्रेश फ्रूट्स के साथ अंजीर से अलग-अलग फ्लेवर में जेली और जैम भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने अपने ब्रांड का नाम पवित्रक रखा है जो अंजीर का संस्कृत नाम है। समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती है।

अंजीर की खेती कैसे करें?
समीर कहते हैं कि अंजीर की खेती के लिए सबसे जरूरी है क्लाइमेट और जमीन। यह गर्म और सूखे प्रदेश में अच्छा होता है। इसके लिए मध्यम जमीन यानी न ज्यादा कठोर और न ही ज्यादा मुलायम होनी चाहिए। साथ ही जलजमाव वाली जगह नहीं चाहिए।

अंजीर की खेती के लिए जून जुलाई का महीना काफी अच्छा होता है। इसी समय पौधरोपण करना चाहिए। एक एकड़ जमीन में करीब 300 पौधे लगाए जाते हैं। एक पौधे की कीमत 20 रुपए तक होती है। एक साल बाद इन पौधों में फल लगने शुरू हो जाते हैं। फल निकालने के बाद पौधों की देखभाल जरूरी होती है, तभी वे अगली फसल के लिए तैयार हो पाते हैं।

अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है।

खेती से मुनाफा कैसे कमाएं?
समीर बताते हैं कि खेती सबसे बड़ा बिजनेस सेक्टर है। आप चाहे किसी भी फसल की खेती करें, अगर आप उत्पादन के साथ- साथ पैकेजिंग और मार्केटिंग पर काम करेंगे, डायरेक्ट सेल करेंगे तो मुनाफा होगा ही। वे कहते हैं कि पहले भी लोग अंजीर की खेती यहां करते थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं हो रहा था। क्योंकि वे सिर्फ प्रोडक्शन करते थे। इसके आगे का काम मिडिल मैन करते थे। मैंने इस गैप को पाट दिया।

समीर ने कहा- जो फ्रूट्स बाजार में हार्वेस्टिंग के दो या तीन दिन बाद पहुंचते थे, मैं उन्हें छोटे-छोटे पैकेट्स में एक दिन के भीतर ही पहुंचाने लगा। इससे फायदा ये हुआ कि जो पैसा बिचौलियों को मिलता था, वो मेरे हिस्से आने लगा। साथ ही ज्यादा ताजा होने के चलते भी बाजार में मेरे प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ गई।

फ्रूट्स की प्रोसेसिंग बनी गेम चेंजर
समीर कहते हैं- कई बार कुछ फ्रूट्स बच जाते थे या दब जाते थे। इन्हें हम बाजार में नहीं बेच पाते थे। ऐसे प्रोडक्ट के लिए हमने प्रोसेसिंग का तरीका अपनाया। मेरे भाई ने फूड साइंस में इंजीनियरिंग की थी। उसने इससे जेली और जैम बनाने का सुझाव दिया। इसके बाद मैंने भी कुछ रिसर्च किया और प्रोसेसिंग के बारे में जानकारी जुटाई। फिर हमने जेली और जैम तैयार करना शुरू किया। जो आज ऑनलाइन और ऑफलाइन हर स्टोर पर उपलब्ध है। समीर के मुताबिक सिर्फ फ्रूट्स से प्रति एकड़ डेढ़ से दो लाख का मुनाफा कमाया जा सकता है।

समीर के साथ 20 लोगों की टीम काम करती हैं जो फ्रूट्स की हार्वेस्टिंग से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम करती है।

अंजीर खाने के फायदे
अंजीर जरूरी विटामिंस और मिनरल्स जैसे विटामिन A, B1 और B2, मैगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो दिल की बीमारियों की रोकथाम करते हैं। इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। ये वेट लॉस, डायबिटीज कंट्रोल करने, हार्ट को हेल्दी रखने, इम्युनिटी को बढ़ाने और कैंसर की रोकथाम करने में मदद करता है।



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महाराष्ट्र के दौंड के रहने वाले समीर डॉम्बे अंजीर की खेती करते हैं। वे इसकी जेली और जैम भी तैयार कर मार्केट में सप्लाई करते हैं।


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जब WHO ने मानी थी चीन के वुहान में वायरल निमोनिया फैलने की बात, बाद में यही कोविड-19 महामारी बना

आज ही के दिन ठीक एक साल पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने माना था कि चीन के वुहान में ‘वायरल निमोनिया’ फैल रहा है। यही निमोनिया बाद में कोविड-19 के रूप में जाना गया। जिसने अगले तीन महीने के अंदर पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। 30 जनवरी 2020 को हमारे देश में कोरोना का पहला मामला सामने आया।

11 मार्च को WHO ने कोरोना को महामारी घोषित किया। तब तक भारत में कुल 71 मामले सामने आए थे। जबकि, दुनियाभर में उस वक्त तक 1 लाख 48 हजार से ज्यादा मामले आ चुके थे। अकेले चीन में 80 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज थे।

25 मार्च को देश में लॉकडाउन लगा। तब तक भारत में 571 मामले आ चुके थे। 31 मई तक देश में लॉकडाउन लगा रहा। एक जून से अनलॉक की प्रॉसेस शुरू हुई तो देश में कोरोना के 1 लाख 90 हजार से ज्यादा केस हो चुके थे। हमारे देश में अब तक इसके 1 करोड़ 2 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। अभी 2 लाख 60 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं।

अगर दुनिया की बात करें तो 8 करोड़ 24 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं। जिस चीन से कोरोना शुरू हुआ था, वहां अब तक कुल 87 हजार केस ही सामने आए हैं। संक्रमित देशों की लिस्ट में चीन 81वें नंबर पर पहुंच गया है।

हाईजैक प्लेन के लिए छोड़ने पड़े थे खूंखार आतंकी

21 साल पहले आज ही के दिन भारत ने मसूद अजहर, अहमद जरगर और शेख अहमद उमर सईद नाम के तीन आतंकियों को रिहा किया था। ये रिहाई आठ दिन पहले हाईजैक किए गए एयर इंडिया के प्लेन IC-814 को छुड़वाने के लिए करनी पड़ी थी। हाईजैक के समय इस प्लेन में 178 यात्री सवार थे।

24 दिसंबर 1999 की शाम नेपाल के काठमांडू से उड़ा प्लेन भारतीय सीमा में घुसते ही करीब पांच बजे हाईजैक हो गया। अमृतसर, लाहौर और दुबई होते हुए प्लेन अफगानिस्तान के कंधार में लैंड हुआ। इसके बाद शुरू हुई आतंकियों की सरकार से बातचीत।

शुरुआत में आतंकियों की मांग थी कि भारतीय जेलों में कैद 35 आतंकियों को छोड़ा जाए और 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर कैश दिए जाएं। लेकिन, भारत उनकी मांग को तीन कैदियों की रिहाई तक कम करने में कामयाब रहा।

भारत और दुनिया में 31 दिसंबर की महत्वपूर्ण घटनाएं :

2004: ताइवान के ताइपे में ताइपे-101 नाम की दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनी। इसकी उंचाई 508 मीटर है। 2010 में दुबई की बुर्ज खलीफा ने इसका रिकॉर्ड तोड़ा। इसकी ऊंचाई 828 मीटर है।

1999: रूस के पहले राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने इस्तीफा दिया। उनकी जगह व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति बने। पुतिन उस वक्त प्रधानमंत्री थे।

1984: कांग्रेस की भारी जीत के बाद राजीव गांधी ने दो महीने के भीतर दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।

1956: मध्य प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रविशंकर शुक्ल का निधन हुआ। उनके बेटे श्यामाचरण शुक्ल भी प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं।

1943: 'गांधी' फिल्म में गांधी की भूमिका निभाने वाले बेन किंग्सले का जन्म हुआ। किंग्सले के पिता रहीमतुल्ला हरजी भानजी गुजराती थे। किंग्सले का भारतीय नाम कृष्ण भानजी है।

1925: लेखक श्रीलाल शुक्ल का जन्म हुआ। वो उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिए विख्यात थे। राग दरबारी, अंगद का पांव, सूनी घाटी का सूरज उनकी अहम रचनाओं में से हैं।

1879: वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडिसन ने दुनिया के सामने पहली बार लाइट बल्ब का प्रदर्शन किया।

1781: अमेरिका का पहला बैंक ‘बैंक ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ फिलाडेल्फिया में खुला।

1695: इंग्लैंड में विंडो टैक्स लगाया गया। उस वक्त जिन लोगों के घर में 10 या उससे ज्यादा खिड़कियां होती थीं। उन्हें इसके लिए टैक्स देना होता था।

1600: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की इंग्लिश रॉयल चार्टर के जरिए पूर्वी और दक्षिण पूर्व एशिया और भारत में कारोबार के लिए स्थापना हुई।



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Today History: Aaj Ka Itihas India World 31 December Update | China Wuhan Coronavirus Viral Pneumonia, Pakistan Hijacked Indian Plane IC 814


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एक्सरसाइज और परिवार को समय देने से तनाव कम होता है, हफ्ते में 50 घंटे से ज्यादा काम घटाता है प्रोडक्टिविटी

जब आप तनाव में हों या फिर आपके पास करने के लिए कोई काम न हों, तो ऐसे वक्त में आपको क्या करना चाहिए? इसके बारे में बेस्ट सेलिंग बुक इंटेलिजेंस 2.0 और टैलेंट स्मार्ट के को-फाउंडर ट्रैविस ब्राडबेरी 10 तरीके बता रहे हैं। जिनके जरिए आप अपने तनाव को दूर कर सकते हैं और बेहतर जिंदगी जी सकते हैं। इन तरीकों को आप रेगुलर प्रैक्टिस में लाकर किसी भी जुनून का पीछा कर सकते हैं।

ट्रैविस कहते हैं कि ये तरीके हमें अपने गियर को शिफ्ट करने में मदद करते हैं। ये हमें आराम और अपने कामकाज में बदलाव का मौका भी देते हैं। इन 10 नियम का इस्तेमाल करके हम अपनी लाइफ में ज्यादा बैलेंस ला सकते हैं।

आइए 10 ग्राफिक्स के जरिए सीखते हैं तनाव कम करने और लाइफ में बैलेंस बनाने के 10 नियम-

हफ्ते में 50 घंटे से ज्यादा काम करने से प्रोडक्टिविटी घट जाती है
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक जब हम हर हफ्ते 50 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, तो हमारी हर घंटे की प्रोडक्टिविटी घट जाती है। जब हम हफ्ते में 55 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, तो हमारी प्रोडक्टिविटी इतना ज्यादा घट जाती है कि हम काम करने लायक नहीं बचते।



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10 powerful ways to reduce stress; reduced by chasing regular exercise and passion, understand the balance in life with 10 graphics


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2020 में एशियाई, अमेरिकी बाजारों ने दिया 16% तक रिटर्न, यूरोपीय बाजारों में निवेशकों को 12% तक नुकसान

यह साल दुनियाभर के बाजारों के लिए भारी उतार-चढ़ाव वाला रहा। मार्च सबसे बुरा रहा, क्योंकि उस महीने दुनियाभर के निवेशकों ने कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण शेयर बेचे। लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियों की रफ्तार भी थमी रही। इस वजह से अमेरिका और यूरोप के शेयर बाजारों में गिरावट के 33 साल के रिकॉर्ड टूट गए।

हालांकि, इस बीच आर्थिक गतिविधियों में तेजी के साथ बाजार का रुख भी बदला। निवेशकों ने अमेरिकी और एशियाई बाजारों से अच्छा मुनाफा कमाया, हालांकि यूरोप में उन्हें नुकसान झेलना पड़ा। ग्लोबल स्तर पर टेस्ला और अलीबाबा और भारत में अदाणी ग्रुप के शेयर काफी चर्चा में रहे।

दुनियाभर के शेयर बाजारों पर कोरोना का असर

  • तीन हफ्ते में 26% गिर गए थे अमेरिकी बाजार

S&P 500 इंडेक्स 4 से 11 मार्च के बीच 12% नीचे आया। 12 मार्च को तो इसमें 9.5% गिरावट आई थी, जो 1987 के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट रही। इंडेक्स केवल तीन हफ्तों के 16 कारोबारी दिनों में 26% फिसला था। बता दें कि इससे करीब महीने भर पहले इंडेक्स ने 19 फरवरी को 3,386 के रिकॉर्ड स्तर को छुआ था। पूरे साल में इंडेक्स ने 14% की बढ़त बनाई है।

  • यूरोपियन मार्केट में आई थी 33 साल की सबसे बड़ी गिरावट

ब्रिटेन का FTSE इंडेक्स 12 मार्च को 10% तक फिसल गया था, जो 1987 के बाद इंट्रा डे में सबसे बड़ी गिरावट थी। हालांकि, 23 मार्च के निचले स्तर से इंडेक्स अब तक 32% रिकवर कर चुका है। इसी दौरान फ्रांस और जर्मनी के शेयर बाजार भी लगभग 12% तक टूटे थे। सालाना आधार पर देखें तो जर्मनी को छोड़कर बाकी बाजारों में निवेशकों को नुकसान हुआ।

  • एशियाई बाजारों में भी रिकॉर्ड गिरावट

एशियाई बाजारों में भारत में 23 मार्च को सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्स रिकॉर्ड 13-13% नीचे बंद हुए थे। इससे पहले 13 मार्च को भी निफ्टी इंडेक्स में खुलते ही लोअर सर्किट लग गया था। जापान का निक्केई इंडेक्स 13 मार्च को इंट्रा डे यानी दिन के कारोबार में 10% तक फिसला था, जो बीते 30 सालों की सबसे बड़ी गिरावट रही। इससे पहले अप्रैल 1990 में ऐसी गिरावट देखने को मिली थी।

साल के चर्चित स्टॉक्स

  • टेस्ला - यह एक इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी है। इसके शेयर ने निवेशकों को 674% का रिटर्न दिया। शेयरों में तेजी के चलते कंपनी के को-फाउंडर एलन मस्क की नेटवर्थ इस साल 483% बढ़ गई। उनकी संपत्ति 133 अरब डॉलर बढ़कर 161 अरब डॉलर हो गई है। अब वे जेफ बेजोस के बाद दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं।
  • अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग्स - कंपनी के शेयर ने इस साल 2 जनवरी से 28 अक्टूबर के दौरान निवेशकों को 46% का रिटर्न दिया था। नवंबर में ग्रुप की फाइनेंशियल कंपनी एंट ग्रुप का दुनिया का सबसे बड़ा, 39.7 अरब डॉलर का IPO लॉन्च करने वाली थी। लेकिन कंपनी के ओनर जैक मा द्वारा चीन के रेगुलेटर्स के खिलाफ बोलने के चलते मार्केट रेगुलेटर्स ने IPO को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद शेयर गिरने लगे। अक्टूबर के अंत से अब तक जैक मा की नेटवर्थ 11 अरब डॉलर कम हो गई। हालांकि कंपनी के शेयर ने सालभर में 11.90% का रिटर्न दिया।
  • अदाणी ग्रीन - अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी ग्रीन के शेयर ने निवेशकों को 495% का रिटर्न दिया है। कंपनी ने इसी साल जून में कंपनी ने कहा था कि वह दुनिया के सबसे बड़े सोलर ऑर्डर के लिए 450 अरब रुपए का निवेश करेगी। शेयरों के दाम में इतनी तेजी के कारण अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी की नेटवर्थ दोगुनी होकर दो लाख करोड़ रुपए के पार चली गई।

भारत में FII का रिकॉर्ड निवेश
ग्लोबल मार्केट में डॉलर की घटती वैल्यू और क्वालिटी शेयरों की कम कीमत के चलते भारत में विदेशी निवेशकों (FII) ने निवेश बढ़ाया है। 2020 में 28 दिसंबर तक FII भारत में 1.64 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर चुके हैं। यह 2019 में कुल निवेश 1.01 लाख करोड़ रुपए की तुलना में 63 हजार करोड़ रुपए अधिक है।

क्या कहते हैं मार्केट के जानकार?
अब कोरोना वैक्सीन मार्केट में आने लगी है। इसके अलावा सेंट्रल बैंक भी ब्याज दरों में राहत दे रहे हैं। अर्थव्यवस्था के प्रमुख इंडिकेटर्स भी धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहे हैं। इसलिए ज्यादातर एक्सपर्ट मानते हैं कि बाजार नए साल के शुरुआती महीनों में भी पॉजिटिव ग्रोथ के साथ ट्रेड करेंगे। यानी अभी जो तेजी का सिलसिला है, वह फिलहाल जारी रहेगा।



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Global Stock Market Performance During Coronavirus Outbreak; From US Dow Jones To FTSE Europe Market


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